भारत में आतंकियों की भर्ती करता था। आतंक की दुनिया में अरमार को छोटा मौला, अंजन भाई और यूसुफ-अल-हिंदी नाम से जाना जाता है। अरमार का नाम अब अमेरिकी विदेश विभाग की विश्व इकाई के विदेश संपत्ति नियंत्रण कार्यालय की सूची में जोड़ दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक भारत में आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के बाद अरमार अपने बड़े भाई के साथ पाकिस्तान भाग गया था। वहां उसने अंसार उल तौहीद नाम के संगठन का गठन किया। कुछ दिन बाद वो आतंकी संगठन आईएस के साथ जुड़ गया। जिसके बाद उसने भारत में आईएस के लिए आतंकियों की भर्ती का जिम्मा उठाया। अरमार ने आईएस के साथ सहानुभूति रखने वाले कई लोगों को संगठन में शामिल किया। ये लोग हमले की प्लानिंग, हथियारों की व्यवस्था, नए लड़ाकों को ट्रेनिंग देने का काम करते थे।
अमेरिका की दखल के बाद इराक सद्दाम हुसैन के तानाशाही से मुक्त हो गया था। इराक की आजादी के बाद कई आतंकी गुट उभर कर सामने आए। इसमें सबसे खतरनाक गुट अबू बकर अल बगदादी के नेतृत्व में आईएस बना। कुछ लोग इस आतंकी संगठन के जन्म के पीछे अमरीका का हाथ मानते हैं। आईएस ने मौजूदा समय में सीरिया और इराक के कई राज्यों पर अपना कब्जा जमा रखा है। बीच-बीच में भारत में भी आईएस की मौजूदगी की खबरें आती रहती हैं।
अमेरिका की दखल के बाद इराक सद्दाम हुसैन के तानाशाही से मुक्त हो गया था। इराक की आजादी के बाद कई आतंकी गुट उभर कर सामने आए। इसमें सबसे खतरनाक गुट अबू बकर अल बगदादी के नेतृत्व में आईएस बना। कुछ लोग इस आतंकी संगठन के जन्म के पीछे अमरीका का हाथ मानते हैं। आईएस ने मौजूदा समय में सीरिया और इराक के कई राज्यों पर अपना कब्जा जमा रखा है। बीच-बीच में भारत में भी आईएस की मौजूदगी की खबरें आती रहती हैं।
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